लखनऊ: सपा का प्रदर्शन, नाकेबंदी, छाता, घनघनाते मोबाइल और चौकस पुलिस... लखनऊ की ये तस्वीर तो देखिए
कानून व्यवस्था का पालन भी सुनिश्चित करना है। परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास भी है। सेहत बिगड़ ना जाए, इसका एहसास भी है। सतरंगी छाता थामे हुए इस महिला IPS अधिकारी ने कर्तव्य की वर्दी पहन रखी है। वर्दी है पुलिस की। खाकी, जो तमाम मुश्किल हालात के बीच भी ड्यूटी से पीछे नहीं हटती। लखनऊ में बुधवार के दिन समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन के दिन राजधानी की सड़कें छावनी में तब्दील हो गईं। विधानसभा से लेकर सपा के दफ्तर तक पुलिस बल मुस्तैद रहा। सपा के नेताओं के प्रदर्शन के मद्देनजर नाकेबंदी थी। पुलिस और सपाइयों के बीच रस्साकशी चलती रही। नेताओं की कोशिश आवाज उठाना और पुलिस की कोशिश विधि का विधान स्थापित करना। लोकतंत्र के दो स्तंभों के बीच मची खींचतान के बीच एक तस्वीर सामने आई, जहां आसमान से बरस रही बूंदें भी हौसला नहीं कमजोर कर पाईं।
लखनऊ में सपा के प्रदर्शन के बीच घनघनाते मोबाइल फोन और पुलिस की चौकसी का जीता जाता उदाहरण इस तस्वीर में कैद है। डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक बरसात के बीच छाता थामे हुए सड़क पर मुस्तैद है। साथ में अन्य पुरुष सहकर्मी, पुलिस की गाड़ियां, बैरिकेडिंग यह बताने के लिए काफी है कि आज का दिन जिम्मेदारी भरा रहा। कंधे पर छाते को टिकाए, एक हाथ में स्मार्टफोन, दूसरा फोन कान पर लगाए यह महिला आईपीएस अधिकारी पुलिस की ड्यूटी की मिसाल बनीं। खाकी वर्दी पहने हुए महिला चौकन्नी आंखों से सड़क पर कानून व्यवस्था का पालन भी करवा रही थीं और साथ ही हर अपडेट को लेकर विभाग से फोन पर भी संपर्क में थी।
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन से रोका गया। महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बुधवार को यूपी के मुख्य विपक्षी दल सपा ने प्रदर्शन की तैयारी की थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। कई नेताओं को घर में नजरबंद करने का आरोप भी सपा की तरफ से लगाया गया। इससे विधानसभा के बाहर हंगामे की स्थिति बनी। विधानमंडल सत्र से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों के प्रदर्शन के चलते सपा कार्यालय पर भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई।
सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने योगी सरकार और यूपी पुलिस पर लोकतंत्र की गला घोंटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधायकों को सदन में भी नहीं जाने दिया जा रहा है। जनता की आवाज उठाने की कोशिश कर रहे नेताओं को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर पर कार्यकर्ताओं की भीड़। अफरातफरी का माहौल है। दफ्तर, जिस विक्रमादित्य मार्ग पर है, उसे दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है। वहीं, फोर्स तैनात किए जाने पर समाजवादी पार्टी के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। वह शांतिपूर्ण आंदोलन को भी दमन तानाशाही से दबाना चाहती है।
सपा कार्यालय पर भी पुलिस का पहरा रहा। रास्ते को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया। मेहरोत्रा ने कहा कि हम जन मुद्दों एवं जनता की समस्याओं को लेकर संघर्ष करते रहेंगे। चाहे सरकार हम पर कितना जुल्म और अत्याचार क्यों न करें। मेहरोत्रा ने कहा कि आज विधान भवन पर शांतिपूर्ण धरना था और जिस तरीके से पुलिस आंदोलन को दबाने के लिए दमनात्मक कार्रवाई कर रही है, वह बहुत ही निंदनीय और शर्मनाक है।
मेहरोत्रा ने कहा कि सरकार के दमन अत्याचार और अन्याय के खिलाफ सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष किया जाएगा। हम सरकार के दमन, जुल्म और पुलिस की लाठियां-गोली या जेल से डरने वाले नहीं हैं। भारी पुलिस बल मेरे घर के बाहर मुझे धरने पर जाने से रोकने के लिए खड़ा किया गया है। इसलिए हम सरकार के दमन, जुल्म, अत्याचार और अन्याय के खिलाफ अपने घर के बाहर धरने पर बैठने जा रहा हूं।
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