नई दिल्ली: UPSC में दोबारा परीक्षा कराने का कोई प्रावधान नहीं... कोविड के कारण एग्जाम नहीं दे पाए छात्रों के हाथ लगी निराशा
कोरोना महामारी (Covid Pandemic) के कारण यूपीएससी की मेन्स परीक्षा (UPSC Mains Exam) में कई छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे। कई बार यह मांग उठती रही है कि ऐसे आवेदकों को दोबारा परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाए। अब इसी सिलसिले में यूपीएससी ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में जवाब दाखिल किया है। संघ लोक सेवा आयोग ने शीर्ष अदालत को दिए जवाब में कहा कि दोबारा एग्जाम लिए जाने का यूपीएससी में कोई प्रावधान नहीं है।
'दोबारा परीक्षा कराने का कोई प्रावधान नहीं'
यूपीएससी ने अपने जवाब में कहा कि अगर आवेदक किसी भी कारण से या किसी एक्सिडेंट या अन्य कारण से एग्जाम में नहीं बैठ पाते हैं तो दोबारा एग्जाम लेने का कोई प्रावधान नहीं है। अपने हलफनामा में यूपीएससी ने कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं हैं कि पेपर दोबारा लिया जाए। साल भर में यूपीएससी 13 एग्जाम लेती है और ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि दोबारा एग्जाम लिया जाए। दोबारा एग्जाम लेने से पेपर से लेकर कई परेशानियां पैदा हो जाएगी।
कोविड पॉजिटिव के चलते परीक्षा नहीं दे पाए थे छात्र
आयोग के वकील ने पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि तीन याचिकाकर्ताओं ने जो सवाल उठाए है कि उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली थी लेकिन मेन्स एग्जाम में इसलिए नहीं बैठ पाए क्योंकि कोविड प़ॉजिटिव हो गए थे और यह मुद्दा जटिल है। उन्हें इस मामले में निर्देश लेना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने यूपीएससी को इसके लिए वक्त दिया था और सुनवाई टाल दी थी।
सिविल सर्विसेज के मेन्स एग्जाम में कोविड के कारण न बैठ पाने वाले याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर एक और चांस देने की गुहार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं की ओर से दाखिल अर्जी में कहा गया है कि सिविस सर्विसेज के मेन्स 2021 एग्जाम में वह इसलिए पेपर नहीं दे पाए क्योंकि उन्हें कोविड हो गया था ऐसे में उन्हें एक्स्ट्रा जांच दिया जाना चाहिए।
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