बिहार: पटना: 'मैं उनसे लड़ता हूं जो लोगों को आपस में लड़ाते हैं', चारा घोटाले में सजा के बाद लालू यादव का छलका दर्द
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) को चारा घोटाले के एक और मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। साथ ही 60 लाख जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट की सजा के बाद राजद प्रमुख के ट्विटर हैंडल (RJD Supremo lalu Yadav Tweet) से एक के बाद एक दो ट्वीट किए गए। इसमें उन्होंने कविता के जरिए बेहद भावुक अंदाज में अपनी बात रखी है। लालू यादव ने कविता के अंदाज में बताया है कि वो जेल जाने से नहीं डरते हैं क्योंकि उनके साथ जनता है।
ना डरा...ना झुका, सदा लड़ा हूं, लड़ता ही रहूंगा : लालू यादव
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा है, 'मैं उनसे लड़ता हूं, जो लोगों को आपस में लड़ाते हैं, वो हरा नहीं सकते इसलिए साजिशों से फंसाते हैं। ना डरा ना झुका, सदा लड़ा हूं, लड़ता ही रहूंगा, लड़ाकों का संघर्ष कायरों को ना समझ आया है ना आएगा।'
एक के बाद एक दो ट्वीट में क्या बोले आरजेडी सुप्रीमो
अगले ट्वीट में आरजेडी सुप्रीमो ने लिखा- 'अन्याय असमानता से तानाशाही जुल्मी सत्ता से
लड़ा हूं लड़ता रहूंगा
डाल कर आंखों में आंखें
सच जिसकी ताकत है
साथ है जिसके जनता
उसके हौसले क्या तोड़ेंगी सलाखें'
चारा घोटाले के डोरंडा केस में हुई 5 साल की सजा, 60 लाख जुर्माना
सोमवार को चारा घोटाले के तहत डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले (Doranda Treasury Case) में दोषी करार दिए गए लालू यादव को पांच साल की सजा सुनाई गई है। रांची में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाने के साथ उन पर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अब लालू प्रसाद यादव के वकील हाईकोर्ट जाएंगे। वहां बेल पिटीशन फाइल किया जाएगा। इसमें तर्क दिया जाएगा कि लालू प्रसाद यादव ने आधी सजा काट ली है।
हाईकोर्ट जाने की तैयारी में लालू के वकील
सजा सुनाए जाने के बाद लालू प्रसाद यादव के वकील ने बताया कि हमने कोर्ट में खराब सेहत का हवाला दिया था। इस वक्त लालू यादव 73 साल के हैं। लालू यादव के अलावा इस मामले में 38 दोषियों को भी विशेष सीबीआई अदालत ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सजा सुनाई। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत के न्यायाधीश एस के शशि ने 15 फरवरी को इन सभी को दोषी करार देते हुए सजा पर सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की थी।
लालू यादव की सजा पर सुशील मोदी ने उठा दिए आरजेडी नेता के अपनों पर सवाल
वहीं लालू यादव की सजा पर सुशील मोदी ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि जिन लोगों ने लालू यादव के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिनमें शिवानंद तिवारी, वृषण पटेल, प्रेम चंद मिश्रा शामिल हैं। केस करने वाले तमाम लोग लालू प्रसाद यादव के आज सलाहकार हैं या उनके साथ हैं। जबकि आरोप हमपर लगाया जाता है कि हमने उन्हें फंसा दिया। जब लालू प्रसाद यादव के खिलाफ पहली बार चार्जशीट फाइल हुई तब केंद्र में उनके समर्थन से बनने वाली सरकार के प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा थे। जब लालू यादव केा पहली बार सजा हुई तब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी। जबकि आरोप हमपर लगाते हैं कि हमने फंसा दिया। ये एक रटा रटाया तकिया कलाम है कि पिछड़े थे इसलिए फंसा दिया गया। बीजेपी के लोगों ने फंसा दिया।
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