हरियाणा: 589 घर पर ही आइसोलेट; स्वास्थ्य विभाग की अपील- कंट्रोल में है स्थिति, हल्के लक्षण वाले बरतें सावधानी
तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए रेवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से घर में आइसोलेट मरीजों की मॉनिटरिंग शुरू की गई है। दिन में 2 से 3 बार विभिन्न माध्यमों से स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज से संपर्क कर रही है। इसके साथ ही हल्के और बगैर लक्षण वाले मरीजों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
रेवाड़ी जिले में फिलहाल 598 एक्टिव केस हैं, जिसमें हल्के और बगैर लक्षण वाले 589 पॉजिटिव मरीज घर में ही आइसोलेट है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने घर में आइसोलेट कोरोना संक्रमितों का स्वास्थ्य सुधार सुनिश्चित करने निर्देश जारी किए हैं। यह निर्देश कोरोना संक्रमण के हल्के लक्षण वाले लोगों के लिए जारी किए गए हैं।
ऐसे मरीजों को रिपोर्ट नेगेटिव आने पर 7 दिन तक खुद को आइसोलेट करके अपनी देखभाल करने की सलाह दी गई है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट से हेल्पलाइन नंबर लेकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सोमवार को जिले में सर्वाधिक 278 पॉजिटिव केस मिले है। जिले में अभी तक कुल 21, 375 पॉजिटिव मिले, जिसमें 20,519 ठीक हुए तो 258 लोगों की मौत हो गई।
हल्का बुखार, खांसी और कमजोरी हल्के लक्षण
रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि हल्का बुखार, खांसी या कमजोरी महसूस होने को हल्के लक्षणों की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे मरीज चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार ले सकते हैं। यदि एंटीजन या आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव है, लेकिन उसका ऑक्सीजन स्तर 93 प्रतिशत से अधिक है या फिर मरीज को बुखार नहीं है, सांस की तकलीफ नहीं है तो ऐसे मरीज घर पर आइसोलेट रह सकते हैं।
मरीज की देखभाल वाले व्यक्ति को दोनों डोज जरूरी
मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों खुराक लगी होनी चाहिए। मरीज के चेहरे पर 3 लेयर वाला मास्क होना चाहिए। अन्य सदस्य भी आइसोलेट रहें और अपने लक्षणों की निगरानी रखें। यदि घर में कोई बुजुर्ग व्यक्ति है तो उनकी निगरानी भी रखें।
संक्रमित से परिवार के दूसरे सदस्य रहे दूर
गाइडलाइन के अनुसा,र जिस कमरे में कोरोना संक्रमित आइसोलेट है, वहां से घर के अन्य लोगों को दूर रहना चाहिए। रोगी के कमरे में ताजी हवा आने के लिए खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। मरीज को पूर्ण आराम करना चाहिए और तरल पदार्थ पीने चाहिए। कम से कम 40 सेकेंड के लिए साबुन व पानी से बार-बार हाथ धोने चाहिएं। मरीज को घर के अन्य सदस्य के साथ बर्तन या अन्य सामान सांझा नहीं करना चाहिए। कमरे में बार-बार छुई जाने वाली सतहों जैसे टेबल, दरवाजा, हैंडल आदि को साबुन, डिटर्जेंट और पानी से सफाई करें। रोगी के कोरोना लक्षणों पर नजर रखी जाए तथा किसी भी लक्षण के बिगड़ने पर तुरंत चिकित्सक को अवगत कराएं।
मरीज चिकित्सक की सलाह के बगैर कोई दवा न लें तथा चिकित्सक के संपर्क में रहे। मरीज को 100 डिग्री बुखार, सांस लेने में कठिनाई, ऑक्सीजन का स्तर गिरना, सीने में दर्द और गंभीर थकान महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। मरीज अपना घर का एकांतवास उस समय खत्म कर सकता है, जब उसने 7 दिन पूरे किए हैं और पिछले तीन दिनों से उसे बुखार नहीं है। हालांकि इसके बाद भी मरीज को मास्क पहनना जारी रखना होगा। होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद दोबारा परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है।
No comments:
Post a Comment