उत्तर प्रदेश: बस्ती-भाकियू ने भारत बंद में प्रदर्शन कर किया तीन कृषि कानूनों के वापसी की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भारत बंद के राष्ट्रीय आवाहन पर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, किसानों, मजदूरों ने बस्ती मण्डल मुख्यालय, हर्रैया, भानपुर और रूधौली एवं मुण्डेरवा में तीन कृषि काले कानूनों को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारन्टी कानून बनाने की मांग को लेकर कस्बों एवं बाजारोें को बंद कराया। भाकियू जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के संयोजन में भाकियू कार्यकर्ता शास्त्री चौक पर एकत्र हुये और गांधीनगर, रोडवेज आदि स्थानों पर दूकानों को बंद कराते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। यहां आयोजित सभा में वक्ताओं ने केन्द्र सरकार को किसान, मजदूर विरोधी बताते हुये निशाना साधा।
भाकियू मण्डल उपाध्यक्ष दिवान चन्द पटेल ने कहा कि चार माह से अधिक का समय बीत गया किन्तु केन्द्र की सरकार किसानों की मांगों पर विचार की जगह हठवादी रवैया अपना रही है। कहा कि जब तक तीन कृषि काले कानूनों को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारन्टी कानून बनाने की मांग पूरी नहीं होती आन्दोलन चरणबद्ध ढंग से जारी रहेगा।
सभा को मुख्य रूप से रामनवल किसान, घनश्याम, त्रिवेनी चौधरी, गौरीशंकर, रमेश सिंह, सतीश सिंह, राधेश्याम चौधरी आदि ने सम्बोधित करते हुये किसानों, मजदूरों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिवकुमार गौतम, सुजीत कुमार शुक्ल, गनीराम, रामफेर, परमात्मा चौधरी, सत्यराम, फूलचन्द, राम सूरत, दीप नरायन, इरफान, राम निहाल, राजेन्द्र प्रसाद, रामतोखे, राम आज्ञा, विनोद चौधरी, वंश गोपाल, हरी प्रसाद, डा. आर.पी. चौधरी, श्याम नरायन सिंह, हृदयराम वर्मा, शिवमूरत, राम कृष्ण, राजदेव, मार्तेन्दु प्रताप सिंह, रामचन्दर के साथ ही भाकियू एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
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