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Monday, July 21, 2025

जयपुर के हथिनी कुंड में युवकों ने की अश्लील हरकतें, बाबा ने फटकारा तो एक ने उठाई लाठी फिर... जटाधारी ने दिखा दिए 'दिन में तारे'

जयपुर के हथिनी कुंड में युवकों ने की अश्लील हरकतें, बाबा ने फटकारा तो एक ने उठाई लाठी फिर... जटाधारी ने दिखा दिए 'दिन में तारे'


 पिंकसिटी के मशहूर हथिनी कुंड का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ युवक झरने के पास नहाते हुए अश्लील हरकतें और गाली-गलौच करते नजर आ रहे हैं। वहां मौजूद एक बाबा ने पहले उन्हें समझाया, लेकिन जब युवक नहीं माने तो उन्हें वहां से भगा दिया। इस दौरान एक युवक ने बाबा से बदतमीजी भी की, जिससे बाबा गुस्सा हो गए। पूरी घटना वहां मौजूद एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली। जानकारी के अनुसार, पानी में गिरा युवक सुरक्षित है और इस मामले में अब तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है।

नैसर्गिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व वाला स्थल


जयपुर में ऐतिहासिक महलों और किलों के अलावा प्रकृति प्रेमियों के लिए भी खास जगहें हैं। इन्हीं में एक है हथिनी कुंड, जिसे स्थानीय भाषा में 'आथूनी कुंड' कहा जाता है। नाहरगढ़ की अरावली पर्वतमाला में बसा यह कुंड अपने प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

झरनों और जंगलों का आकर्षक संगम


यह विशाल प्राकृतिक जलकुंड चारों ओर से घने जंगलों से घिरा है। मानसून में यहां का दृश्य बेहद आकर्षक हो जाता है। करीब 80 फीट ऊंचाई से गिरता झरना इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा देता है। बरसात में कुंड जीवंत हो उठता है, जहां वन्यजीव भी पानी पीने आते हैं।

द्रव्यवती नदी का उद्गम स्थल


इतिहासकारों के मुताबिक, यही कुंड जयपुर की जीवनदायिनी द्रव्यवती नदी का उद्गम स्थल है। 18वीं सदी में राजा माधो सिंह द्वितीय ने यहां बांध बनवाया था, जो 1981 की बाढ़ में टूट गया। बांध के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।

500 साल पुराने मंदिर और 'आथूनी' नाम का रहस्य


कुंड के पास भगवान शिव और हनुमानजी के करीब 500 साल पुराने मंदिर हैं, जो आस्था का केंद्र हैं। सावन में यहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटते हैं। स्थानीय बोली में 'आथूनी' पश्चिम दिशा को कहा जाता है, इसलिए इसका नाम 'आथूनी कुंड' पड़ा, जिसे लोग आमतौर पर हथिनी कुंड कहते हैं।
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