जानकारी: करेले की कड़वाहट कम करने का सबसे पुराना और सस्ता उपाय, 10 रूपये में मिलेगा सफेद पाउडर, पोषण भी नहीं होगा कम
करेला का नाम सुनते ही कई लोग नाक-भौं सिकोड़ने लगते हैं। इसकी वजह है इसकी तेज कड़वाहट। हालांकि, करेला सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। करेले में कई पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इसकी कड़वाहट के चलते बहुत से लोग इसे अपनी डाइट में शामिल नहीं कर पाते हैं।
हालांकि करेले की कड़वाहट को दूर करने के लिए लोग कई उपाय आजमाते हैं। इनमें सबसे सरल और पुराना उपाय नमक वाला है। मात्र 10 रुपये मिलने वाला नमक का पैकेट यहां बहुत काम आता है। थोड़ा सा नमक कड़वाहट को दूर कर स्वाद को बढ़ा देता है, इसे कैसे इस्तेमाल करना चाहिए, जरा ये भी जान लो।
दरअसल करेले में ग्लाइकोसाइड नाम का कंपाउंड होता है जो उसकी कड़वाहट के लिए जिम्मेदार माना जाता है। जब करेले पर नमक लगाया जाता है, तो नमक ऑस्मोसिस की प्रोसेस के तहत करेले के अंदर से कड़वे रस और एक्स्ट्रा पानी को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे करेले की कड़वाहट काफी हद तक कम हो जाती है और पोषण में कमी भी नहीं आती है।
करेले को अच्छी तरह धो लें,चाहें तो ऊपर की खुरदुरी परत को हल्का-सा खुरच सकते हैं। लेकिन पूरा छिलका उतारने की गलती ना करें। अब करेले को पनपसंद साइज गोल,लंबे या छोटे क्यूब्स स्लाइस में काट लें। कटे हुए करेले के टुकड़ों पर भरपूर मात्रा में नमक छिड़ककर कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे तक के लिए छोड़ दें। तय समय बाद नमक वाला पानी निचोड़कर करेले को नॉर्मल पानी से धो लें, ताकि एक्स्ट्रा नमक हट जाए।
यह तरीका तब इस्तेमाल किया जा सकता है जब आपके पास थोड़ा ज़्यादा समय हो। एक बड़े बर्तन में पर्याप्त पानी लें और उसमें 2-3 बड़े चम्मच नमक डालकर घोल लें। अब इसमें करेले के टुकड़ों को डालकर कम से कम 1-2 घंटे के लिए छोड़ दें। चाहें तो ऊपर से कोई प्लेट या भारी चीज रख सकते हैं ताकि करेले पानी में पूरी तरह डूबे रहें। तय समय बाद पानी से निकालें और नॉर्मल पानी से धोकर निचोड़ लें.
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