ख़ूबसूरती से भरपूर इस जगह पर सबसे पहले उगता है सूर्य, यहीं हुई थी रावण और मंदोदरी की शादी!
सिंगरौली से 30 किमी दूर
सिंगरौली जिला मुख्यालय बैढ़न से 30 किलोमीटर दूरी पर स्थित माडा में 10 किलोमीटर दूर तक फैला हुआ एक विशाल जंगल है। यह पहाड़ियों, पहाड़ों, नदियों और घाटियों से घिरा हुआ है। इन्हीं पहाड़ियों के बीच स्थित हैं माडा की गुफाएं। ये गुफाएं न केवल रॉक कट स्थापत्य कला का सुंदर उदाहरण हैं बल्कि प्रतिमा-चित्रण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।
स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण
ये गुफाएं रॉक कट स्थापत्य कला का बेजोड़ उदाहरण हैं। इन गुफाओं की एक शृंखला है जिन्हें विवाह माडा, गणेश माडा, जलजलिया माडा आदि विभिन्न नामों से जाना जाता है। पर्यटक दूर दूर से यहां की खूबसूरती और प्राकृतिक नजारे को देखने के लिए आते हैं।
एमपी में यहां सबसे पहले उगता है सूर्य
यहीं हुई थी रावण और मंदोदरी की शादी
ऐसी मान्यता है कि माडा के जंगल की एक गुफा में रावण ने मंदोदरी के साथ विवाह रचाया था। रावण गुफा में नटराजन की नृत्य करती मूर्ति, पत्थर ढोते वानरों के चित्र, देवी देवताओं के चित्र के साथ बने रहन-सहन कक्ष भी प्राचीन सभ्यता की कहानी कहते नजर आते हैं।
रावण गुफा से जुड़ी हैं रामायण की कड़ियां
माडा के जंगल में अनेक गुफाएं हैं, लेकिन इसे रामायण काल से जोड़ने वाली सिर्फ रावण गुफा ही है। वन विभाग सिंगरौली के डीएफओ वी मधु राज बताते हैं कि कई विद्वानों ने यहां वास्तु कला का अध्ययन किया है। यहां की रावण गुफा में भी कई निशान मिले हैं जो रामायण काल की कड़ियों को जोड़ते हैं।
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