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Sunday, August 14, 2022

राजस्थान: जयपुर: पुलिसवालों के भ्रष्टाचार के खुली पोल, वर्दी का डर दिखा रिश्वतखोरी करने वाला कांस्टेबल और रिटायर्ड RPS अधिकारी गिरफ्तार

राजस्थान: जयपुर: पुलिसवालों के भ्रष्टाचार के खुली पोल, वर्दी का डर दिखा रिश्वतखोरी करने वाला कांस्टेबल और रिटायर्ड RPS अधिकारी गिरफ्तार 


भ्रष्टाचारियों की पोल लगातार खुल रही है। इसी क्रम में जयपुर में बड़ा खुलासा हुआ है। यहां जयपुर पुलिस का कॉन्स्टेबल दशरथ सिंह हरियाणा के सोनीपत में 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ है। भ्रष्टाचार के मामले में यहां दशरथ सिंह के साथ रिटायर्ड RPS शैलेंद्र सिंह को भी सोनीपत पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। जयपुर के चित्रकूट थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी मनीष कुमार की गिरफ्तारी नहीं करने और मुकदमे से नाम हटाने की एवज में 20 लाख रुपए की डिमांड की थी। सोनीपत एसपी की विजिलेंस टीम ने रिश्वत की राशि ले रहे कॉन्स्टेबल दशरथ सिंह और रिटायर्ड आईपीएस शैलेंद्र सिंह को ट्रैप कर लिया।

शेयर कारोबारी मनीष कुमार ने की थी शिकायत
परिवादी मनीष कुमार शेयर कारोबारी है। वह देश के कई राज्यों में शेयर मार्केट का काम करता रहता है। राजस्थान में भी उसने काफी काम किया था। कुछ महीनों पहले जयपुर के चित्रकूट थाने में मनीष कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था। मनीष कुमार की फार्म के एक कर्मचारी को चित्रकूट पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। मनीष की गिरफ्तारी नहीं करनी और मुकदमे से नाम हटाने की एवज में कांस्टेबल दशरथ सिंह की ओर से रिश्वत मांगी जा रही थी। 20 लाख रुपए की डिमांड करने के बाद 6 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था।

मनीष ने सोनीपत एसपी को शिकायत कर दी। एसपी की विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेने पहुंचे कॉन्स्टेबल दशरथ सिंह और रिटायर्ड आरपीएस शैलेंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

दो कांस्टेबल और एक थानेदार गए थे मनीष को पकड़ने
चित्रकूट थाने में दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमे में मनीष कुमार नामजद आरोपी है। मनीष की गिरफ्तारी के लिए चित्रकूट जाने के दो कोस्टेबल और एक थानेदार सोनीपत गए थे। मनीष के नहीं मिलने पर एक कॉन्स्टेबल और थानेदार सोनीपत से खाली हाथ वापस जयपुर लौट आए। दशरथ सिंह सोनीपत ही रुक गया था।

कांस्टेबल दशरथ सिंह ने मनीष कुमार से संपर्क किया और रिश्वत देकर इस मामले में बचने की बात कही। आरपीएस शैलेंद्र सिंह रिश्वत की रकम लेने में शामिल हुआ। मनीष द्वारा शिकायत मिलने के बाद दशरथ सिंह और शैलेंद्र सिंह दोनों सोनीपत पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

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