उत्तर प्रदेश: मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में बड़ा हादसा, भीड़ में दबकर दो लोगों की मौत... लगा ये गंभीर आरोप
उत्तर प्रदेश के मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों की भारी भीड़ के कारण कई स्थानों पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जन्माष्टमी के उल्लास के बीच मथुरा के वृंदावन से एक दुखद खबर सामने आई है। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में देर रात दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में दबकर दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, दम घुटने के बाद बनी भगदड़ जैसी स्थिति में छह लोगों के घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कार्यक्रम में भाग ले रहे भक्तों का कहना है कि भीड़ काफी ज्यादा हो गई थी। इस कारण 50 से अधिक मंगला आरती के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े। वीआईपी एंट्री के कारण इस प्रकार का हादसा होने की बात कही जा रही है।
मथुरा के एसएसपी अभिषेक यादव ने घटना के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भीड़ बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ। मृतकों की पहचान हो गई है। एसएसपी के मुताबिक, मृतकों में नोएडा की रहने वाली निर्मला देवी और जबलपुर के स्थायी निवासी एवं वृंदावन में रहने वाले राजकुमार के रूप में हुई है। मंदिर के सेवादारों ने दावा किया कि वीआईपी का रुतबा दिखाकर अधिकारियों ने अपने परिजनों को मंदिर में प्रवेश कराया। अन्य भक्त पहले से मौजूद थे। वीआईपी भक्तों के आने से संख्या बढ़ गई। चश्मदीदों ने एक सीनियर पुलिस अधिकारी को अपनी मां को लाने का दावा किया। वहीं, मथुरा रिफाइनरी के सीनियर पुलिस अधिकारी के सात परिजनों के साथ मंगला आरती में शामिल होने का दावा किया गया है।
सीएम योगी ने घटना पर जताया शोक
मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में हुई दुर्घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक प्रकट किया है। उन्होंने बांके बिहारी मंदिर हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। सीएम योगी ने दिवंगतों की आत्मा की शांति की प्रार्थना भी की है। घटना में घायल परिजनों का भी सीएम ने हाल जाना है। सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने का निर्देश दिए हैं। सीएम ने गृह विभाग को निर्देश जारी किया है त्याहारों पर मंदिरों में भीड़ को देखते हुए और कड़े इंतजाम किए जाएं। किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए सीएम योगी का सख्त निर्देश अधिकारियों को दिया गया है।
मंजिल के ऊपरी गेट बंद होने से बढ़ी दिक्कत
बांके बिहारी मंदिर के सेवादारों का कहना है कि अधिकारियों के परिजन छत पर बनी बालकनी से दर्शन कर रहे थे। परिजनों की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की ओर से ऊपरी मंजिल के गेट बंद करा दिए गए। इससे लोगों को बचाने में परेशानी आई। आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि जिले के तमाम प्रशासनिक, पुलिस और जिला कोर्ट के अधिकारी अपने परिजनों सहित वीआईपी दर्शन करने में व्यस्त रहे। रात 2 बजे जब मंगला आरती शुरू होने से पहले ही भीड़ का दबाव काफी बढ़ गया था। भक्त बेहोश हो रहे थे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने पहले परिवारों को सुरक्षित वहां से निकाला।
भक्त के बेहोश होने से बाधित हुई आवाजाही
मथुरा के एसएसपी अभिषेक यादव ने घटना के कारणों के बारे में बताया कि बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान बाहर निकलने वाले गेट पर एक भक्त बेहोश हो गया। उसके गिरने से अन्य भक्तों की आवाजाही बाधित हो गई। भीड़ काफी ज्यादा थी। परिसर में सफोकेशन के कारण कई लोगों का दम घुट गया। इसमें दो लोगों की जान चली गई।
घटना के बाद प्रशासनिक इंतजाम पर सवाल खड़े होने लगे हैं। अधिकारियों के एक वर्ग का दावा है कि इस बार सीनियर अधिकारी कुछ अधिक ही आत्मविश्वास से भरे थे। मंदिर समिति के साथ जन्माष्टमी के मौके पर भीड़ नियंत्रण को लेकर कोई बैठक नहीं हुई। अब परिणाम सामने है।
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