नोएडा: 500 करोड़ की लागत से बहुमंजिला बनेगा बॉटनिकल गार्डन, सजेगी पौधे व फूलों की दुनिया
शहर के बॉटनिकल गार्डन को बहुमंजिला बनाने की तैयारी है। इसमें म्यूजियम से लेकर फ्लावर व प्लांट गैलरी के साथ और भी बहुत सी चीजें होंगी जो लोगों को आकर्षित करेंगी। करीब 39 हजार वर्ग मीटर में सेक्टर-38 में बॉटनिकल गार्डन की इमारत बनाने के प्रॉजेक्ट को मंजूरी केंद्रीय पर्यावरण व वन मंत्रालय ने दे दी है। निर्माण शुरू करवाने का जिम्मा सेंट्रल पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (सीपीडब्ल्यूडी) को मिला है। इस इमारत के नक्शे को लेकर नोएडा अथॉरिटी से सुझाव मांगा गया है। अब तक का अनुमान यह है कि इस 4 मंजिला इमारत के बनने से लेकर म्यूजियम व अन्य काम में करीब 400 से 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, सीपीडब्ल्यूडी ने नक्शा तैयार करने के लिए सुझाव मांगा है। उसको यह बता दिया गया है कि बड़ी इमारत बननी है इसलिए उसी हिसाब से अनुभवी इंजीनियर से नक्शा तैयार करवाया जाए। इसके बाद नक्शे का परीक्षण आईआईटी जैसी किसी संस्था से करवाकर अथॉरिटी में जमा करवाया जाए। अब तक सीपीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने अथॉरिटी अधिकारियों को इस इमारत में यहां आने वाले पर्यटकों की पार्किंग, बॉटनिकलम्यूजियम, फ्लावर व एग्जिबिशन गैलरी व अन्य ब्लॉक इस बिल्डिंग में तैयार करने की जानकारी दी है। यह भी बताया है कि प्रॉजेक्ट को लेकर मंजूरी मिल गई है। अधिकारियों का कहना है कि एक बार नक्शा तैयार होकर आ जाएगा तो और भी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
प्रॉजेक्ट को लेकर बॉटनिकल गार्डन प्रबंधन पिछले तीन-चार महीने से सक्रिय था। पहले नोएडा अथॉरिटी से जमीन आवंटन की फाइल निकलवाकर प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद सीपीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने नक्शे से जुड़े हुए काम अपने स्तर पर आगे बढ़ाने की कवायद शुरू कर चुके हैं। बॉटनिकल गार्डन में अभी तक विभिन्न प्रजातियों के लगभग 10 हजार से ज्यादा पौधे हैं। यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रजाति के ब्रायोफाइट, टेरिडोफाइट, वुडलैंड, सजावटी, औषधीय, फलदार, नागफनी, आर्किड, पाम, बांस, और जलीय अन्य पौधे भी देखने को मिलते हैं जो लगभग लुप्त हो चुके हैं।
नोएडा अथॉरिटी ने 1997 में आवंटित की थी जमीन
नोएडा प्राधिकरण ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को यहां पर बॉटनिकलगार्डन के लिए करीब 200 एकड़ जमीन 1997 में आवंटित की थी। यहां पहले बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन और सेक्टर-37 चौक के लेफ्ट टर्न को चौड़ा करने के लिए जमीन ली जा चुकी है। वहीं कालिंदीकुंज मेट्रो रूट का पिलर भी बॉटनिकल गार्डन की जमीन लेकर बना है। बची हुई जमीन में 39 हजार वर्ग मीटर में इमारत बनाने की तैयारी है। फिलहाल बॉटनिकल गार्डन मे स्वदेशी और विश्व की दुर्लभ वनस्पतियों के प्रजातियों का संकलन हो रहा है। तैयारी यह भी है कि वनस्पतियों पर रिसर्च के लिए कोई सेंटर, संरक्षण केंद्र भी बने। माना जा रहा है कि म्यूजियम के साथ रिसर्च के लिए सेंटर भी बनेगा।
#VSKNEWS
No comments:
Post a Comment