यूक्रेन:विशेष: कभी भी खत्म हो सकता है खाना, पानी, यूक्रेन के बंकरों में छिपे भारतीय छात्रों का दर्द
अरुंधति के वीडियो कॉल से साफ समझ में आ रहा था कि वहां मौजूद छात्र किस प्रकार की कठिन परिस्थितियों से गुज़र रहे हैं क्योंकि 60 से अधिक छात्रों को खचाखच भरे एक बंकर में अपने बैकपैक और आवश्यक वस्तुओं के साथ फर्श पर बैठे देखा जा सकता था, जहां रौशनी बेहद कम थी। केरल की रहने वाली अरुंधति यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। अरुंधति ने कहा कि सुबह से रह रह कर विस्फोट की आवाजें सुनाई दे रही हैं और वे सभी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
ओडिशा के छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से आम लोगों की अपील के बाद पटनायक ने सुबह केंद्रीय गृह मंत्री को फोन कर उनसे इस संबंध में बातचीत की। यूक्रेन में मौजूद अधिकांश छात्र चिकित्सा पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने अधिकतर छात्रों और श्रमिकों को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री से बात की।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया है कि भारत सरकार यूक्रेन की सरकार के नियमित संपर्क में है और छात्रों तथा श्रमिकों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए काम कर रही है।’’
गौरतलब है कि संकटग्रस्त यूक्रेन में फंसे हुए ओडिशा समेत अन्य भारतीय राज्यों के छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित एवं घबराए हुए हैं।
यूक्रेन में फंसे हुए कई भारतीय छात्रों का कहना है कि उनके पास भोजन और पीने के पानी का सीमित भंडार है। छात्रों का कहना है कि बिजली की आपूर्ति कभी भी बाधित हो सकती है और नेटवर्क कभी भी जा सकता है।
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