विशेष: रूस ने यूक्रेन में छेड़ी भीषण जंग, क्या तीसरे विश्वयुद्ध की ओर बढ़ रही दुनिया ?
रूस की सेना के यूक्रेन के ऊपर भीषण हमले (Russia Ukraine War) से दुनियाभर में दहशत का माहौल है। शेयर बाजार गिर रहे हैं और तेल की कीमतें उछाल पर हैं। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर रूस की सेना ने मिसाइल, रॉकेट और टैंकों से यूक्रेन के सैन्य इलाकों पर बारूद बरसा रही है। यही नहीं रूसी सेना ने मिंस्क समझौते को तोड़ते हुए यूक्रेन के कई किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ कर लिया है। ऐसे में अब दुनिया में यह डर सताने लगा है कि क्या रूस- यूक्रेन युद्ध तीसरे विश्वयुद्ध में बदल जाएगा।
यूक्रेन में रूसी सेना के आक्रामक अभियान से पश्चिमी देश आगबबूला हैं। अमेरिका और उसके अन्य सहयोगी देशों जैसे ब्रिटेन, जर्मनी ने ऐलान किया है कि वह रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं। ऐसे में अब यह डर सता रहा है कि यूक्रेन में चल रहा संकट यूरोप में एक व्यापक जंग में बदल सकता है। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि यूरोप एक भीषण जंग की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए।
'द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सबसे बड़े खूनी जंग'
ब्रिटिश अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन में चल रहा संकट द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सबसे बड़े खूनी जंग में बदल सकता है। इसमें हजारों की तादाद में आम नागरिकों की मौत हो सकती है। इससे पूरे यूरोप में बहुत बड़ी तादाद में शरणार्थी संकट पैदा हो सकता है। ब्रिटेन के पूर्व नाटो सेना कमांडर जनरल सर रिचर्ड शेरीफ का कहना है, 'साल 1962 और क्यूबा मिसाइल संकट के बाद यह सबसे खतरनाक क्षण है।' उन्होंने कहा कि पुतिन का एक संप्रभु देश पर हमला विनाशकारी परिणाम लाएगा। ऐसा युद्ध होगा जो यूरोप में साल 1945 के बाद के बाद पहले कभी नहीं देखा गया था।
पुतिन ने इससे पहले जोर देकर कहा था कि रूस का यूक्रेन पर हमले का कोई इरादा नहीं है लेकिन वह अपने बयान से पलट गए हैं और यूक्रेन पर मिसाइलें बरसा रहे हैं। इससे पहले रूस ने कहा कि वह बेलारूस में अपनी सेना को अभ्यास के लिए भेजा है लेकिन अब यही 30 हजार रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला कर रहे हैं। यूक्रेन के संकट को देखते हुए अब अंतराष्ट्रीय विश्लेषक इस बात से चिंतित हैं कि कई और जगहों पर तनाव भड़क सकता है और चीन भी अगले कुछ वर्षों में सैन्य कार्रवाई करना चाहेगा।
चीन को प्राथमिकता में बनाए रखे दुनिया: एमआई 6
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई 6 ने चेतावनी दी है कि दुनिया को खुफिया निगरानी के लिए चीन को प्राथमिकता में बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन बड़े पैमाने पर पश्चिमी देशों की खुफिया जासूसी को अंजाम दे सकता है। उन्होंने कहा कि चीन की सैन्यत ताकत लगातार बढ़ रही है और वह ताइवान को अपने अंदर मिलाना चाहता है। इससे वैश्विक स्थिरता और शांति को खतरा पैदा हो सकता है। ब्रिटिश अधिकारियों ने ईरान की स्थिति को लेकर भी चेतावनी दी और कहा कि वहां की स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ईरान इस्लामिक क्रांति के बाद से ही इजरायल और पश्चिमी देशों से बदला लेना चाहता है।
#VSKNEWS
No comments:
Post a Comment