उत्तर प्रदेश:जहाँ महिलाएं घूंघट में रहती थीं वही अब चूल्हा-चौका छोड़ अपने पति-ससुर के लिए मांग रहीं वोट
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के तहत 16.23 लाख से ज्यादा मतदाता इस बार वोट डालेंगे। इनमें करीब 7.21 लाख महिला मतदाता हैं। महिलाओं की इसी बढ़ी संख्या पर प्रत्याशियों की नजर है। रैली, जनसभा कोरोना संक्रमण की वजह से बंद है। ऐसे में जनसंपर्क और वर्चुअल प्रचार ही आखिरी विकल्प बचा। ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क करने पुरुष पहुंच रहे थे तो महिलाएं घूंघट में रहती थीं। ऐसे में उन्हें पार्टी और प्रत्याशी के बारे में बताना मुश्किल हो रहा था। प्रत्याशियों ने इसी समस्या को दूर करने के लिए अपने घर की महिलाओं को जनसंपर्क में उतार दिया है। चूल्हा-चौका छोड़कर अब पति और ससुर के लिए वोट मांग रही हैं।
जनसंपर्क करने वाली इस टोली के साथ महिला कार्यकर्ताओं की टीम भी है। महिला कार्यकर्ताओं ने भी अपने बच्चों को पति और घर के बुजुर्गों के पास छोड़ा है। कई कार्यकर्ताओं के पति ने तो ऑफिस से भी घर संभालने के लिए छुट्टी ले ली है। दादरी विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी तेजपाल नागर की बहू अंजलि नागर ने बादलपुर के दुराई, कचैड़ा समेत कई गांवों में जनसंपर्क किया। लोगों के घर पहुंचकर ससुर को जिताने की गुजारिश की।
अंजलि महिला कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं के घर के अंदर तक पहुंचीं औ ससुर के विकास कार्यों को भी बखूबी गिनाया। घूंघट की वजह से जिन महिलाओं से बात करनी मुश्किल होती थी, उन्हें भी आसानी से पार्टी, प्रत्याशी और वादों की पूरी जानकारी दे दी।
इसी तरह इसी विधानसभा से ताल ठोक रहे मनवीर भाटी के परिवार की महिलाओं ने भी गांवों में डोर टू डोर जनसंपर्क किया। पूरे क्षेत्र में प्रचार के लिए बेहद कम समय मिला है। ऐसे में प्रत्याशियों का हर जगह पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। घर की महिलाओं को प्रचार में उतारने की एक वजह यह भी है। जहां पुरुष प्रत्याशी नहीं पहुंच पा रहे, वहां घर की महिलाओं की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में हर क्षेत्र को भी कम समय में कवर कर लेंगे और महिलाएं घर के अंदर पहुंचकर प्रत्याशी के बारे में पूरी जानकारी भी दे देंगी।
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