मध्य प्रदेश: ग्वालियर-दिल्ली पुलिस छोड़ बॉर्डर पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाएगी शहीद की बेटी, ट्रेनिंग में ही बजा डंका, जानकर करेंगे सैल्यूट
सीमा सुरक्षा बल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पूरे देश के लिए गौरव की बात है। इसका उदाहरण बीएसएफ के पासिंग आउट परेड में देखने को मिला है। हरियाणा के रोहतक की रहने वाली रितु ट्रेनिंग के दौरान टॉपर बनी है। बीएसएफ ज्वाइन करने से पहले रितु दिल्ली पुलिस में नौकरी करती थी। दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़कर रितु ने बीएसएफ ज्वाइन की है। अब बॉर्डर पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाएगी।
पिता जम्मू-कश्मीर में हुए थे शहीद
रितु के पिता भी सेना में थे। जम्मू-कश्मीर में सेवा के दौरान वह शहीद हो गए थे। रितु ने बचपन से ही वर्धीधारी सेनाओं में शामिल होकर राष्ट्र की सेवा करने का सपना देखा था। उनका सपना 27 अक्टूबर 2021 को साकार हो गया है। रितु की ट्रेनिंग अब पूरी हो गई है। ट्रेनिंग के दौरान वह अपने बैच की टॉपर है। अब रितु को सेवा के लिए फील्ड पोस्टिंग मिलेगी।
ट्रेनिंग के दौरान तीन ट्रॉफी जीती
प्रशिक्षु अस्टिटेंट कमांडेंट रितु ने ट्रेनिंग के दौरान यह साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए उन्हें स्वार्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया है। इसके साथ ही वह तीन ट्रॉफी और जीती है। रितु स्वार्ड ऑफ ऑनर के साथ गृहमंत्री ट्रॉफी जीती है। यह बाहरी प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मिलता है। इसके साथ ही रितु निशानेबाजी के लिए निदेशक ट्रॉफी जीती है।
देहरादून में हुई है पढ़ाई लिखाई
रितु की पढ़ाई लिखाई देहरादून से हुई है। आर्मी स्कूल देहरादून में भी रितु पढ़ी है। इसके बाद कंप्यूटर साइंस से बीएससी की है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की नौकरी ज्वाइन की थी। पासिंग आउट परेड के दौरान रितु की मां वहां मौजूद थी। बेटी को वर्दी में देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। वह बेटी को बैज पहना रही थीं।
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