मध्य प्रदेश: छतरपुर:जिला अस्पताल में वार्ड के बाहर फर्श पर हो रहा गर्भवती महिलाओं का इलाज, नवजात शिशुओं के साथ भी लापरवाही
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में एक बार फिर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जिला अस्पताल के पहले मंजिल पर स्थित डिलीवरी वार्ड के बाहर बड़ी संख्या में महिलाओं को फर्श पर रखा गया है। महिलाओं के साथ उनके नवजात शिशु भी मौजूद हैं।
प्रसूता महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन और नर्सों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि डिलीवरी के तुरंत बाद उन्हें वार्ड से बाहर कर दिया गया और जमीन पर लिटा दिया गया। कई महिलाएं पिछले कई दिनों से अपने नवजात शिशु को लेकर फर्श पर लेट कर अपना इलाज करा रही हैं। महिलाओं का आरोप है कि जिला अस्पताल के अंदर न सिर्फ नर्सों का व्यवहार बेहद खराब है। वार्ड के अंदर मिलने वाले बेड के लिए नर्सों को अलग से पैसे तक देने पड़ते हैं। पैसे दिए बिना नर्स बेड फुल होने का बहाना बनाती हैं और महिलाओं को बाहर फर्श पर लिटा देती हैं।
वार्ड के बाहर लेटी महिला राजा बाई बताती है कि डिलीवरी के तुरंत बाद उन्हें वार्ड के बाहर लेटने को कह दिया गया। उन्होंने बेड की मांग की तो बताया गया कि खाली नहीं है। फर्श पर लेटी अन्य प्रसूताओं ने भी अस्पताल प्रबंधन के साथ नर्सों एवं डिलीवरी के समय मौजूद स्टाफ पर भी कई आरोप लगाए हैं।
प्रसूता वार्ड में केवल 20-22 बेड हैं। इसके चलते मरीजों को अक्सर बेड की कमी की समस्या झेलनी पड़ती है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। एनबीटी ने इस मामले में सिविल सर्जन से लेकर जिले के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, पर किसी ने जवाब नहीं दिया।
एक ओर पूरे जिले में डेंगू अपने पैर पसार रहा है। ऐसे में जिला अस्पताल में वार्ड के बाहर नवजात शिशु के साथ गर्भवती महिलाओं का लेटना ना सिर्फ खतरनाक है बल्कि बल्कि उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है।
#VSKNEWS
No comments:
Post a Comment