नई दिल्ली: पेमेंट क्लीयर करने के लिए NHPC के चीफ जनरल मैनेजर ने मांगी 5 लाख रिश्वत, CBI ने किया गिरफ्तार
सीबीआई ने पांच लाख रुपये की रिश्वत के एक मामले में सार्वजनिक क्षेत्र की पनबिजली कंपनी एनएचपीसी के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा गैमन सीएमसी ज्वाइंट वेंचर लिमिटेड के एक वरिष्ठ कार्यकारी सहित तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह मामला हिमाचल प्रदेश में पार्वती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लंबित बिलों से जुड़ा है। मामले में एनएचपीसी के सीजीएम (फाइनेंस) हरजीत सिंह पुरी और गैमन सीएमसी ज्वाइंट वेंचर के सीनियर जनरल मैनेजर (प्रोजेक्ट) सुनील मेंदीरत्ता और एक अन्य आरोपी संचित सैनी को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने इस मामले में कंपनी गैमन सीएमसी और सुनील सैनी नाम के एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी के कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) के पास एनएचपीसी के पार्वती प्रोजेक्ट में चल रहे काम के लिए 5.26 करोड़ रुपये से अधिक के बिल लंबित थे।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मेंदीरत्ता ने पुरी से पेमेंट की प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया। इसके लिए पुरी ने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी। रिश्वत की जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने फरीदाबाद में एक स्थान पर छापा मारा। यहां पुरी को संचित सैनी के साथ गिरफ्तार किया गया। सैनी पर रिश्वत के लिए कैश लाने का आरोप है। बाद में मेंदीरत्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा कि फरीदाबाद (हरियाणा), कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) और दिल्ली में तलाशी ली गई। इस क्रम में संपत्ति और वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए। सभी गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।
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