बिहार : ईसाई बने लोगों के बीच पहुंचा हिन्दू संगठन, हनुमान चालीसा और लॉकेट से करा रहे घर वापसी
गया जिले के नैली प्रखंड के बेलवाटांड गांव में धर्म बदल चुके लोगों की घर वापसी की कोशिशें की जा रही है। एक हिन्दू संगठन से जुड़े लोग उनको हिन्दू धर्म से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। बेलवाटांड में धर्म बदल चुके महादलित परिवारों में हनुमान चालीसा बांटी गई। उनके गले में हनुमान जी के लॉकेट भी पहनाए गए।
धर्म बदलनेवाले परिवार महादलित समाज से हैं। ये वो वर्ग है, जिसके लिए सरकारें कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। बीमारी से बचने के लिए ये लोग डॉक्टर और अस्पताल जाने की बजाय बेलवाटांड गांव के लोगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया। महादलित समाज के लोग ईसा मसीह की प्रार्थना करने लगे। गांववालों का दावा है कि प्रार्थना से वे स्वस्थ हो रहे हैं।
बेलवाटांड में सालभर पहले तक सबकुछ ठीक-ठाक था। दो दर्जन से ज्यादा महादलित परिवार कमाने-खाने में व्यस्त रहते थे। अचानक यहां अंधविश्वास फैलने लगा। तबीयत खराब होने पर लोगों को लगता था कि भूत-प्रेत ने पकड़ लिया है। उनके देवता मदद नहीं कर रहे हैं, शायद इसीलिए लोगों की तबीयत खराब हो रही है।
तभी किसी ने सलाह दी कि मेसी (पादरी) को बुलाओ सब ठीक हो जाएगा। रात के बारह बजे मेसी आया...कुछ बुदबुदाया और तेल-पानी छिड़क दिया। जिसकी तबीयत खराब थी वो ठीक हो गया। इसके बाद से बेलवाटांड में धर्म परिवर्तन ने ऐसी स्पीड पकड़ी की सालभर के अंदर पूरे गांव ने ईसाई धर्म अपना लिया। यहां के लोग अब देवी-देवता को नहीं पूजते बल्कि घरों में प्रार्थना करते हैं। चर्च के प्रार्थना सभा में भी शामिल होते हैं।
चर्च में महिलाओं को सिंदूर लगाकर आने से मना किया जाता है। क्योंकि अब ये लोग ईसाई धर्म को मानते हैं और यीशु की प्रार्थना करते हैं। दरअसल, बेलवाटांड के पास स्थित वाजिदपुर गांव के किसी के घर में हर रविवार को ईसाई धर्म अपना चुके लोग प्रार्थना सभा का आयोजन करते थे। उसी प्रार्थना सभा में बस्ती के महिला-पुरुष शामिल होने गए और हिन्दू धर्म को छोड़ ईसाई धर्म को अपना लिया।
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