राजस्थान : कोटा- ऐसा अस्पताल जहां मरीज से मिलने आने वाले लोग साथ में लाते हैं धारदार चाकू ! करते हैं जानलेवा हमला
राजस्थान में एक ऐसा अस्पताल भी हैं जहां भर्ती मरिजों की कुशलक्षेम जानने आने वाले लोग साथ में धारदार चाकू लाते हैं, जो कभी भी किसी पर जानलेवा हमला कर देते हैं। इस बात की तस्दीक रविवार रात हो गई। यह अस्पताल हैं कोटा में। जहां रात 9.30 का वक्त हो रहा था, इस दौरान दस बैड, चार एसी और बिना सीसीटीवी कैमरों वाले आर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में भर्ती एक महिला से मरिज से मिलने आए युवकों ने वार्ड में भर्ती ज्योति कुमार शर्मा पेशेंट के बेटे सिद्वार्थ शर्मा पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
घटना के बाद अन्य मरीजों के तीमारदार भी घबरा गए
मिली जानकारी के अनुसार हमलावरों ने जांघों पर दो घाव किए। इस दौरान अपने पिता से मिलने आए युवक को हमलावरों ने खून में लथपथ कर दिया। चाकूबाजी की घटना से वार्ड में खून बिखर गया। आईसीयु वार्ड में इस दौरान कोई सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं था। अगर सुरक्षा गार्ड होता, तो इतनी गंभीर घटना वहां नहीं घटती। इस वारदात से आर्थोपेडिक आईसीयु वार्ड में भर्ती अन्य मरिज व उनके तीमारदार दहशत में आ गए। अस्पताल में यह खबर आग की तरह फैल गई । वहीं बिना सुरक्षा गार्ड के आईसीयु वार्ड में हुई वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए।
गंदी चद्दर को लेकर हुई बहस
इधर, इस घटना की सूचना मिलने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए नयापुरा सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक भगवत सिंह हिंगड जाब्ते के साथ आर्थोपेडिक आईसीयु वार्ड पहुंचे। घटना का मौका मुआयना किया। इस मामले में अधीक्षक ने कहा वार्ड में दो बैड खाली पडे थे। एक बेड पर टॉयलेट की गंदी चद्दर किसने डाली। इस बात पर बहसबाजी शुरू हुई। मामला इतना बडा की झगडा हो गया। दोनों मरीजों से मिलने आने वाले लोग उलझ गए और वहां भर्ती महिला मरीज से मिलने आए युवकों में से एक ने मेल पेशेंट के बेटे को चाकू मार दिया।
वार्ड की सुरक्षा को लेकर अधीक्षक बोल गए सफेद झूठ, वार्ड प्रभारी ने उगला सच
घटना को लेकर एनबीटी ने महाराव भीमसिंह चिकित्सालय के अधीक्षक नवीन सक्सेना से बात की। सवाल था कि आईसीयु वार्ड में चाकूबाजी की घटना हो गई, सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं था क्या ?, अधीक्षक सक्सेना ने कहा वार्ड में सुरक्षा गार्ड तैनात था। फिर भी लोग झगड पडे। अधीक्षक ने कहा अस्पताल प्रशासन ने तत्काल पुलिस प्रशासन को रिपोर्ट कर दी थी। घटना किन-किन मरिजों से मिलने आने वाले लोगों के बीच हुई रिकॉर्ड रजिस्टर से पता चलेगी। इधर, वार्ड प्रभारी रतनलाल से भी एनबीटी ने बात की। उन्होंने बताया कि यह वार्ड चार साल पहले बना था। यहां इसमें अभी तक मशीनरी सिस्टम नहीं लगा हैं। सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हुए हैं। सुरक्षा गार्ड रात में कोई तैनात नहीं हैं। दिन भी मांगते-मांगते सुरक्षा गार्ड मिलता हैं , वह भी दोपहर तक के लिए। कभी-कभी लोग वार्ड स्टाफ से झगड जाते हैं, ऐसे में वार्ड में दिन व रात के समय सुरक्षा गार्ड नियमित तैनात होना जरूरी हैं। ऐसे में अस्पताल अधीक्षक नवीन सक्सेना की ओर से बोले सफेद झूठ पर वार्ड प्रभारी ने वार्ड की व्यवस्थाओं को लेकर सच उगला।
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