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Wednesday, July 14, 2021

उत्तर प्रदेश: कानपुर में बैठकर अमेरिकी लोगों से करते थे ठगी, 9 लाख डालर पार कर चुके ठग

उत्तर प्रदेश: कानपुर में बैठकर अमेरिकी लोगों से करते थे ठगी, 9 लाख डालर पार कर चुके ठग

कानुपर में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर की आड़ में ठगी का एक नेटवर्क चल रहा था। कानपुर कमिश्नरेट क्राइम ब्रांच ने काकादेव पुलिस के साथ मिलकर चार लोगों को अरेस्ट किया है। पुणे से इंजीनियरिंग करने वाला मास्टमाइंड कानपुर में कॉल सेंटर बनाकर अमेरिकी लोगों से 9 लाख डॉलर की ठगी कर चुका है। इस गिरोह के सदस्य अमेरिकी लोगों के डाटा को हैक करके, फिर मदद करने के नाम पर ठगी करते थे। 

काकादेव थाना क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर चल रहा था। नोएडा में रहने वाला मुनेंद्र इस कॉल सेंटर का संचालन कर रहा था। मुनेंद्र ने पुणे विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। मुनेंद्र को साइबर क्राइम में महारत हासिल है। अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर से लोगों की मदद की जगह ठगी का धंधा कर रहा था।

कैसे फंसाते थे जाल में
अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर के जरिए लोगों अलग अंदाज में झांसे में लेते थे। आप ने देखा होगा कि किसी भी साइट पर लंबाई बढ़ाएं, मोटापा कम घटाएं, पेट कम करें जैसे विज्ञापन चलते हैं। अमेरिका में बैठा नागरिक जैसे ही विज्ञापन पर क्लिक करता है। मालवेयर एक प्रकार का वायरस है, जो सिस्टम पर आ जाता था। सिस्टम पर मालवेयर आ जाने के बाद बार-बार पापअप मैसेज स्क्रीन पर दिखने लगता था। इसके साथ ही एक हेल्प लाइन नंबर भी आता था, ये नंबर कॉल सेंटर का होता था, जो लोग कॉल सेंटर के नंबर पर फोन करते थे तो उनसे कई ऐप डाउन लोड करने के लिए कहा जाता था। ऐप डाउनलोड करते ही उनका डेटा हैक हो जाता था।

कोडिंग चेंज करते थे
डाटा हैक होने के बाद उनके अकांउट की डिटेल को एचटीएमएल में जाकर कोडिंग चेंज कर दिया जाता था। फिर सर्विस के नाम फीस वसूली जाती थी। इसके बाद असली खेल शुरू होता था। लोगों के अकांउट में जमा रकम को कई गुना बढ़ा कर दिखाते थे। इसके बाद पैसे वापस करने के नाम पर बड़ी रकम उनके खाते पर डाल देते थे। ऐसा कोडिंग चेंज होने की वजह से दिखता था, जबकि असलियत में उनके खाते में एक रुपया भी जाता था।

डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के मुताबिक, जैसे किसी को एक हजार डॉलर वापस करने हाते थे तो वह उसको दस हजार का मैसेज भेजते थे। सर्विस लेने वाले व्यक्ति को दस हजार डॉलर शो होते थे। इसके बाद लोग इंसानियत के नाते कॉल सेंटर को 9 हजार डॉलर वापस कर देता था। इस प्रकार 12 हजार लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं। इनके पास से 9 लाख डॉलर के ट्रांजेक्शन की बैंक स्टेटमेंट डिटेल मिल चुकी है।
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