वैक्सीन चोरी की खबर फैलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। इसके बाद सिविल लाइन थाने के सामने चाय की दुकान पर प्लातस्टिक बैग में वैक्सीन की शीशियां मिली। वैक्सीन के साथ चोर ने एक पर्ची भी छोड़ दी थी। इस पर्ची में लिखा था-सॉरी मुझे माफ कर दीजिए. मुझे पता नहीं था कि यह कोरोना की दवाई है।
सिविल अस्पताल के PPC सेंटर से वैक्सीन की चोरी हुई थी। चोरो ने कोविशील्ड की 1270 और कोवैक्सीन की 440 डोज चोरी की थी। चोरी की घटना सामने आते हीं हर तरफ खलबली मच गई थी। पूरा प्राशसनिक अमला इस घटना से परेशान था। लेकिन इस बीच चोर को भी मामले की गंभीरता का अंदाजा हो गया होगा। उसने एक पर्ची के साथ कोरोना वैक्सीन की शीशियों को चाय की दुकान के पास छोड़ दिया था। उसने पर्ची में इस चोरी के लिए माफी मांगी और लिखा कि उसे पता नहीं था कि ये कोरोना की दवाई है।
हालांकि अब ये वैक्सीन किसी काम की नहीं रह गई है। क्योंकि फ्रीजर से निकाले जाने के बाद ये वैक्सीन किसी काम की नहीं रह जाती है। आपको बता दें कि इससे पहले जयपुर से भी कोरोना वैक्सीन चोरी की खबर आई थी।
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