मध्य प्रदेश:इंदौर में रेमडेसिविर के बाद ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए हाहाकार, हॉस्पिटल ने परिजनों से कहा- खुद करें इंतजाम
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना वायरस के लिए रोज समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। वे रोज यह दावा भी कर रहे हैं कि संक्रमित मरीजों के इलाज के सारे इंतजाम चाक-चौबंद हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिंडर और रेडमेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति के दावे भी किए जा रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकारी बदइंतजामी के चलते मरीजों की जानें जा रही हैं और सरकार दावे करने के सिवा कुछ नहीं कर रही है।
एमपी में कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर में रेडमेसिविर की कमी कई दिनों से है, लेकिन मरीजों को अब ऑक्सीजन के सिलिंडर भी नहीं मिल रहे। ऐसा ही नजारा शहर के गुर्जर हॉस्पिटल में देखने को मिला जब आधी रात को अस्पताल कर्मियों ने परिजनों को बताया कि 2-3 घंटे के बाद वे ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर पाएंगे। परिजनों को खुद ही ऑक्सीजन का इंतजाम करने को कह दिया गया।
अस्पताल के हाथ खड़े करने के बाद ऑक्सीजन सिलिंडर के इंतजाम में परिजन रात भर भटकते रहे। लॉकडाउन के बीच परिजन खुद ही ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर हॉस्पिटल पहुंच रहे थे। कई परिजनों ने बताया कि वे शहर से 25 किलोमीटर दूर पीथमपुर से इसे खरीद कर लाए और इसके लिए उन्हें भारी-भरकम रकम देनी पड़ी। परिजनों की मानें तो उन्हें ₹10,000 का नगद डिपॉजिट जमा कर 700 से 800 रुपये में सिलिंडर लाना पड़ा है।
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