उत्तर प्रदेश: बस्ती - जीएसटी के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न बंद कराने की मांग सपा व्यापार सभा ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
समाजवादी पार्टी व्यापार सभा जिलाध्यक्ष रघुनन्दन राम साहु के नेतृत्व में व्यापारियों, पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधि मण्डल ने शुक्रवार को जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन देकर जीएसटी के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करने की मांग किया है।
राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में व्यापार सभा ने कहा है कि यूपी स्टेट जीएसटी ने वर्ष 2017-18, एवं 2019-2020 के लिये 1200 पंजीकृत व्यापारियों का आडिट कराने के लिये सूची जारी किया है। यह नियम विरूद्ध, तर्कहीन निर्णय है, इससे व्यापारियों का उत्पीड़न होगा और भ्रष्टाचार का गंदा खेल खेला जायेगा।
सपा नेता रघुनन्दन राम साहु ने मांग किया कि सरकार आडिट का निर्णय वापस ले और मास्क चेंकिग के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न बंद किया जाय वरना व्यापार सभा सड़क पर उतरकर संघर्ष करने को बाध्य होगी। कहा कि जीएसटी में 950 से अधिक संशोधन हो चुके हैं, इससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार ने बिना सोचे समझे जीएसटी जैसे काले कानून को लागू कर दिया। अब प्रदेश की योगी सरकार आडिट की सूची जारी करके इंसपेक्टर राज के माध्यम से व्यापारियों का उत्पीड़न और आर्थिक शोषण करना चाहती है। इसे किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जायेगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से सौरभ गुप्ता, फिरोज खान, इकबाल अहमद, बलराम यादव, इरशाद खान, रवि चौधरी, शुभम विश्वकर्मा, सुशील कुमार, पवन श्रीवास्तव, फरहान अंसारी, सोनू कन्नौजिया, सैफ अहमद, नोमान अहमद, शिवम गुप्ता आदि शामिल रहे।
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