बिहार: गोपालगंज- कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी पड़ी भारी, 50% से ज्यादा सवारी बैठाने पर 5 यात्री बस सील, जुर्माना भी लगा
बिहार में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच गोपालगंज जिला एक्टिव हो गया है। गोपालगंज में भी कोरोना वायरस मामले को लेकर जिला प्रशासन ने अब यात्री बसों में भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 5 यात्री बसों को सील कर दिया गया है। इन बसों में निर्धारित क्षमता से तय की गई 50 फीसदी से ज्यादा यात्री सवार थे।
जिला परिवहन विभाग ने यात्री बसों के संचालकों को निर्देश दिया था कि यात्री बसों में 50 फीसदी से ज्यादा सवारी नहीं बैठाएं। बावजूद इसके बस संचालकों ने कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया और निर्धारित क्षमता से अधिक सवारियों को बसों में बैठाकर यात्रा शुरू की। इसकी शिकायत जिला परिवहन विभाग और जिला प्रशासन को मिल रही थीं।
जांच अभियान में 5 यात्री बसें सील
जिसके आधार पर शुक्रवार को सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने थावे में एनएच 581 पर वाहन जांच अभियान चलाया और जांच अभियान के तहत 5 यात्री बसों को सील किया गया है। आरोप है कि इन बसों में 50 फ़ीसदी से ज्यादा लोगों को बैठाकर यात्रा की जा रही थी। दर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने बताया कि पांच बसों में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित संख्या से ज्यादा सवारी थी, जिससे चलते उन्हें सील कर दिया गया है। बस में बैठी सवारियों को भी समझाया गया है कि बस में यात्रा करते वक्त वो भी ध्यान रखें।
घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें: एसडीएम
एसडीएम ने बस संचालकों को जुर्माना भी लगाया है। सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर गोपालगंज जिला प्रशासन लोगों से लगातार अपील कर रहा है कि वे घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें। इसके साथ ही परिवहन विभाग ने भी यात्री बसों में 50 फ़ीसदी से ज़्यादा सवारी नहीं बैठाने की अपील जारी की है। बावजूद इसके कुछ बस संचालकों ने मनमानी की है। वो क्षमता से अधिक सवारी बैठा रहे हैं। जिसको लेकर थावे में 5 यात्री बसों को सील किया गया है।
#vsknews
No comments:
Post a Comment