ट्रांसजेंडरों का सम्मान हो तो ऐसा! बनाया गया विशेष टॉयलेट
समाज में आज भी थर्ड जेंडर समाज के लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर टॉयलेट को लेकर सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। एमपी के शाजापुर जिले में रहने वाले थर्ड जेंडर के लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की थी। जिले के मुखिया कलेक्टर दिनेश दिनेश जैन इन परेशानियों को दूर करने की कवायद कर रहे हैं। इसी सोच और योजना को अमलीजामा पहनाते हुए जिले में किन्नरों के लिए सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवाया गया है। उन्हें महिला या पुरुषों वाले सेक्शन में किसी झिझक से जाने की जद्दोजहद नहीं करना पडेगी।
अब नहीं होगी परेशानी
अब थर्ड जेंडर समुदाय के लोगों को टॉयलेट को लेकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें सीधे उसी गेट का दरवाजा खोलना होगा, जहां उन्हें सुलभ स्वच्छता का अधिकार दिलाने के लिए विशेष स्थान तय किया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत कलेक्टर दिनेश जैन ने जिले में यह नवाचार किया है।
पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर के लिए अलग टॉयलेटशाजापुर जिले के ग्राम व नगरीय क्षेत्र मिलाकर जिन 87 जगहों पर सुलभ कॉम्पलेक्स के रूप में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण हो रहा है, वहां महिला-पुरूष के अलावा ट्रांसजेंडर के लिए अलग से केबिनेशन बनवाया जा रहा है। इन जगहों पर अब ट्रांसजेंडरों का भी पूरा अधिकार होगा। एमपी में शाजापुर संभवतः प्रदेश का पहला जिला है जो किन्नरों की सुविधा के लिए यह नवाचार करने जा रहा है। अभी तक इनके लिए 19 परिसर बन चुके हैं। शेष जल्द बन जाएंगे।
परेशानी के बाद कलेक्टर से की थी शिकायत
किन्नर रानी एक बार शाजापुर कलेक्टर से मुलाकात के लिए उनके ऑफिस गई थी। इस दौरान वह महिला शौचालय में चली गई। उन्होंने महिला शौचालय के मेन गेट को अंदर से बंद कर लिया। इस पर शौचालय के बाहर मौजूद महिला कर्मचारी ने आवाज देकर पूछा कि अंदर कौ है। रानी ने अंदर से जबाव दिया तो उनकी आवाज भारी होने के कारण महिला कर्मचारी को लगा कि अंदर कोई पुरुष है। इस पर उसने अन्य कर्मचारियों को सूचना दी।
ताली बजाने पर समझे लोग
उसके बाद रानी ने अंदर से ताली बजाया, तब जाकर वहां मौजूद लोगों को समझ में आया कि अंदर कोई थर्ड जेंडर है। फिर यह पूरा मामला शाजापुर कलेक्टर के पास भी पहुंचा था। इसके बाद ही उन्होंने किन्नरों के लिए जिलेभर में अलग से शौचालय निर्माण का नवाचार प्रारंभ किया।
ये सुविधा भी हैं मौजूद
नवनिर्मित शौचालयों में हर वर्ग के लोगों के लिए सुविधा मौजूद है। यहां महिलाओं के लिए स्तनपान की भी सुविधा है। इसके संचालन को लेकर भी विशेष व्यवस्था की गई है। किन्नरों के महंत बद्री गुरु ने कहा कि जिले के अधिकारियों ने हमारे लिए इतना सोचा और जिले भर में अलग से शौचालय का निर्माण करवाया है। इसके लिए हम सभी उनका अभारी है। यह काफी सराहनीय पहल है। ऐसे शौचालयों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में भी हुआ है। शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन ने कहा कि थर्ड जेंडर को शौचालय को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इसे खत्म करने के लिए हमने जिलेभर में विशेष शौचालय निर्मित कराए हैं।
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