शराब ठेके की 510 करोड़ से ज्यादा की बोली लगाकर सुर्खियों में आई किरण कंवर को अब आबकारी विभाग ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया है। आपको बता दें कि बीते रविवार प्रदेश में शराब की दुकानों की ई- नीमाली हुई थी। इस नीलामी में हनुमानगढ़ के नोहर तहसील के खुईया गांव की दो महिलाओं प्रियंका कवंर और किरण कवंर ने नीलामी बोली में हिस्सा लिया था। बताया गया कि यहां दोनों महिलाएं ने अपनी खानदानी लड़ाई के चलते 72 लाख से शुरू हुई बोली को होड़ ही होड़ में 510 करोड़ पर पहुंचा दिया। लेकिन अब जब 510 करोड़ पर बोली को खत्म करने वाली किरण कंवर को आबकारी विभाग ने डिमांड नोटिस भेजा, तो वे नीलामी की एक प्रतिशत राशि जमा नहीं करवा पाई। लिहाजा अब आबकारी विभाग ने उन्हें नियमानुसार तीन वर्षों के लिए नीलामी में शामिल होने से ब्लैक लिस्ट घोषित किया है। उल्लेखनीय है कि शराब ठेके की नीलामी पूरी करने के बाद किरण कवंर को निर्घारित तीनों दिनों में एक प्रतिशत राशि जमा करवानी थी।
धरोहर राशि हुई जब्त
मिली जानकारी के अनुसार क्योंकि किरण कवंर निर्घारित दिनों में राशि जमा नहीं करवा पाई है। लिहाजा विभाग ने नियमानुसार उनके आवेदन के साथ जमा कराई गई धरोहर राशि (सिक्योरिटी) जब्त कर ली है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि इतनी ऊंची बोली लगाने के पीछे जानकार किरण कवंर की रणनीति भी बता रहे हैं, ताकि प्रतिद्वंदी प्रियंका कवंर को भी शराब ठेका ना मिले। यानी ना खुद दुकान लेंगी और न ही उन्हें दुकान लेने देगी।
ऑनलाइन नीलामी से विभाग को फायदा
आपको बता दें कि राजस्थान की नई शराब नीति के तहत अब शराब की दुकानों का आवंटन लॉटरी से नहीं, बल्कि ऑनलाइन नीलामी से हो रहा है। 23 फरवरी से सभी ठेकों की ऑनलाइन नीलामी शुरू की गई थी। खास बात है कि ई-नीलामी आबकारी विभाग के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। 73.24 करोड़ रिजर्व प्राइज की 95 दुकानों से आबकारी विभाग को अब तक 79.86 करोड़ जमा हो चुके हैं ,यानि विभाग को 6 करोड़ रुपए का अभी तक मुनाफा हो चुका है। ऐसे में शेष रही दुकानों पर भी विभाग को करोड़ों का मुनाफा मिलने की उम्मीद है।
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