उत्तर प्रदेश: संभल में आवारा सांड ने राह चलती महिला पर बोला हमला, अस्पताल में चल रहा इलाज, राहगीरों में दहशत
उत्तर प्रदेश के संभल में आवारा सांडों का आतंक जारी है। यहां छुट्टा सांड ने एक महिला पर सरे-आम सड़क पर राह चलते सांड ने अचानक से हमला बोल दिया। उसे ऊपर की तरफ उठाते हुए जमीन पर पटक-पटक कर अधमरा कर दिया। महिला को इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चंदौसी थाना क्षेत्र में हुई इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में दिख रहा है कि सांड ने महिला को बेहरमी से ऊपर उठाते हुए जमीन पर पटक दिया। बताया जा रहा है कि हादसे में महिला का हाथ टूट गया है और सीने में भी काफी चोटें आईं है। वहीं इस हादसे से सवाल ये खड़ा हो रहा है कि हर गली-मोहल्ले में घूमते यह आवारा सांड अब लोगों की जान के दुश्मन बन चुके हैं। लेकिन जिम्मेदार सिर्फ अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते है।
ये है मामला
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि सीता रानी (55) पत्नी प्रेम सिंह नामक महिला चंदौसी थाना क्षेत्र की नगर पालिका वाटर बॉक्स के आसपास से गुजर रहीं थी। तभी सामने से अचानक एक आवारा सांड आता है और उन पर हमला बोल देता है। इससे पहले महिला कुछ समझ पातीं और अपने-आपके बचाव में कुछ कर पातीं तब तक छुट्टा सांड ने उन्हें ऊपर उठाते हुए जमीन पर धर पटका। सांड के हमले से महिला बुरी तरह घायल हो गई है। लोगों का कहना है कि नगर की जनता आवारा पशुओं के आतंक परेशान है।
राहगीरों को हो रही परेशानी
सड़क पर राह चलते राहगीरों के लिए ये आवारा सांड परेशानी का सबब बन चुके है। जिम्मेदारों की तरफ से कोई ठोस कदम इस ओर नहीं उठते ताकि आमजन सुरक्षित रह सके। आमजन में आवारा सांडों के आतंक से रोष व्याप्त है। लोगों की मानें तो नगर की सड़क, गली, मोहल्ले में ये आवारा सांड जहां-तहां यमराज की तरह घूमते नजर आते हैं। शहर में आवारा पशुओं की संख्या में होता इजाफा लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ है और उनकी जान पर किसी खतरे से कम नहीं है।
लगातार हो रहे हादसे
स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने आवारा पशुओं के आतंक से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदारों से कई बार गुहार लगाई। बाबजूद इस ओर कोई खास कार्रवाई होती नहीं दिखती। शहर के चौराहे हों या मुख्य मार्ग इन जगहों पर अक्सर आवारा पशुओं का झुंड नजर आ जाएगा। सबसे ज्यादा खतरा रात्रि में इन आवारा पशुओं से बना रहता है। जब वाहन चालक इन पशुओं से टकराते हैं जहां इन पशुओं के साथ कभी- कभी वाहन चालक भी चोटिल हो जाते है। आमजन का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों में सबसे ज्यादा खतरा आवारा सांडों का बना रहता है। लेकिन इनसे छुटकारा दिलाने के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
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