छत्तीसगढ : बाढ़ जैसे हालात, रायगढ़ जिले के 68 गांव में भरा पानी, बस्तर, धमतरी और सूरजपुर का भी यही हाल
रायगढ़ : जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं, महानदी अपने रौद्र रूप में है ऐसे में निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है। जिला प्रशासन ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में स्कूल भवनों को अस्थाई राहत शिविर बनाया है। ऐसे में स्कूली बच्चों को छुट्टी दे दी गई है। 16 अगस्त से 18 अगस्त तक रायगढ़ जिले के बरमकेला और पुसौर ब्लाक के बाढ़ प्रभावित और जहां राहत शिविर बनाए गए हैं। उन स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आदेशित करते हुए स्कूली बच्चों को छुट्टी करने और शिक्षक, सफाई कर्मी, रसोईया सभी को बाढ़ से राहत शिविर में कार्य करने के निर्देश दिए है। एसडीआरएफ और नगर सेना की टीम के साथ लोगों की रेस्क्यू और व्यवस्था बनाने के लिए स्कूली कर्मचारियों को निर्देशित किया गया
रायगढ़ के 67 गांव में अलर्ट जारी
छत्तीसगढ़ में लगातार जारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। रायगढ़ जिले के आस-पास के करीब 67 गांव में पानी भरने के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया है। जिला प्रशासन ने आपदा राहत उपायों के लिए एनडीआरएफ आकस्मिकता की मांग की है। दोनों जिलों के बाढ़ संभावित गांव में मुनादी कराने के साथ ही निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। यदि लगातार हो रही बारिश नहीं रुकी तो उक्त दोनों जिलों में महानदी के तटीय इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
बस्तर, जगदलपुर और धमतरी में भी बाढ़ जैसे हालत
बाढ़ को लेकर केवल रायगढ़ जिले में ही स्थितियां खराब नहीं है, यही हाल छत्तीसगढ़ के बस्तर, जगदलपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, धमतरी जैसे जिलों का है। इन सभी जगहों पर प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है। बस्तर जिले में बाढ़ के कारण रायपुर और जगदलपुर को जोड़ने वाला मार्ग बंद हो गया है। लगातार वॉटर लेवल बढ़ने से धमतरी जिले में स्थित गंगरेल डैम का पानी खतरे के ऊपर पहुंच गया है। इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ की महानदी, केलो नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण आवागमन बाधित हो गया है।
#VSKNEWS
No comments:
Post a Comment