उत्तर प्रदेश: बस्ती-मेधा ने किया मुठभेड़ मामले के उच्चस्तरीय जांच की मांग, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
मेधा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीन दयाल त्रिपाठी ने बुधवार को पीड़ित परिवारों के परिजनों के साथ जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को 4 सूत्रीय ज्ञापन देकर परशुरामपुर पुलिस और एस.ओ.जी. द्वारा फर्जी मुठभेड़ दिखाकर दीपक शुक्ल, अमित शुक्ल और सूरज चौबे की गिरफ्तारी मामले में उच्च स्तरीय जांच, निर्दोषों को रिहा करने और दोषियोें के विरूद्ध कार्रवाई की मांग किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि परशुरामपुर पुलिस ने दीपक शुक्ल एवं अमित शुक्ल पुत्र स्वर्गीय राधेश्याम शुक्ल निवासी ग्राम- ढढौआ मेहनिया थाना छपिया जनपद गोण्डा एवं सूरज चौबे पुत्र अनिल कुमार चौबे ग्राम- चांदा चौबे पोस्ट- रघवापुर थाना- पैकोलिया जनपद बस्ती को विगत 13-3- 2021 को दिल्ली के मोहन गार्डन से जबरिया उठा लिया और बस्ती के परशुरामपुर थाने में लायी। परिजनोें के पास दिल्ली के पुलिस कार्रवाई का सी.सी.टी.वी. फुटेज उपलब्ध है जिसे आवश्यकता पड़ने पर जांच अधिकारियों को उपलब्ध कराया जा सकता है। अनिल कुमार चौबे ग्राम- चांदा ने इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को निष्पक्ष जांच के लिये अनेकों रजिस्टर्ड पत्र दिया। पत्रों में स्पष्ट कहा गया है कि परशुरामपुर पुलिस ने थाने से ले जाकर गौरा गोंसाई में 13-3- 2021 को भोर में लगभग 4.30 बजे फर्जी मुठभेड़ दिखाया और दीपक शुक्ल पुत्र स्वर्गीय राधेश्याम शुक्ल निवासी ग्राम- ढढौआ मेहनिया थाना छपिया जनपद गोण्डा के पैर में गोली मार दिया।
मेधा ने मांग किया है कि उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही निर्दोषों को रिहा कराया जाय। मेधा मण्डल अध्यक्ष अंकेश पाण्डेय ने बताया कि यदि समुचित कार्यवाही न हुई तो आगामी 31 मार्च बुधवार को प्रेस क्लब में बैठक कर संघर्ष की रणनीति तंय किया जायेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अनिल कुमार चौबे, आलोक शुक्ल, अनमोल शुक्ल, विकास त्रिपाठी, प्रमोद पाण्डेय, देवेश पाण्डेय, मनमोहन तिवारी आदि शामिल रहे।
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