क्रय केन्द्र प्रभारी, कम्प्यूटर आपरेटर सहित जालसाज किसान पर डीएम ने मुकदमा दर्ज कराने का दिया आदेश
डीएम के जांच मे उजागर भ्रष्टाचार का खेल
🔴 क्रय केन्द्र प्रभारी, कम्प्यूटर आपरेटर सहित जालसाज किसान पर डीएम ने मुकदमा दर्ज कराने का दिया आदेश
🔴कुशीनगर। जनपद मे भ्रष्टाचार को बोलबाला है। यही वजह है सरकारी मशीनरी पर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का तनिक भी खौफ नही दिख रहा है। सरकार जहा किसानों के हित व बिचौलियों का दुकान बंद करने की गरज से नये कृषि कानून लागू करना चाहती है वही जिले के दो क्रय केन्द्रों ने एक भूमिहीन किसान से 1084 कुंतल धान खरीदकर नये कृषि कानून का माखौल उडा रही है।
काबिलेगोर है कि जनपद के हाटा तहसील क्षेत्र के पकौली एंव पकौली करमहा धान क्रय केन्द्र पर स्वयंभू किसान प्रिन्स कुमार सिंह ने कुल 1084 कुन्तल धान का विक्रय किया है। पोर्टल पर एक ही किसान के नाम 1084 कुंतल धान तौल किये जाने पर शासन को शक हुआ। इसके बाद डीएम से पूरे प्रकरण की जांच कराने के लिये खाद्य आयुक्त ने पत्र भेजा। इस पर जिलाधिकारी एसराज लिंगम ने एडीएम विन्ध्यवासिनी राय व डिप्टी आरएमओ विनय प्रताप सिंह की दो सदस्यी टीम गठित कर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। जांच टीम ने डीएम को दी गयी रिपोर्ट में कहा है कि किसान द्वारा अपने पंजीयन में अपनी भूमि का विवरण में जिन खाता नम्बरों को दर्ज किया है, उसमें न तो किसान प्रिन्स कुमार सिंह का नाम अंकित है और न ही उनके पिता का दर्ज है। जो खाता धारक हैं वह रधिया देवरिया ग्राम के किसान हैं। जबकि प्रिन्स कुमार सिंह हाटा तहसील के पैकौली गांव का निवासी है। जांच टीम ने अपने रिपोर्ट मे यह भी कहा है कि किसान के नाम से पंजीयन में दर्ज गाटा खंख्या उसके जमीन का नही है। जांच मे फर्जीवाड़ा के इस मामले में दोनों क्रय केन्द्रो के प्रभारी, एसडीएम कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर और स्वयंभू किसान प्रिंस कुमार सिंह दोषी पाये गये है।
🔴 कौन है प्रिंस सिंह
1084 कुन्तल धान बेचने वाला प्रिंस कुमार सिंह हाटा तहसील के पैकौली गांव का निवासी है जिसके पास खेती की जमीन ही नहीं है। बताया जाता है कि इस स्वयंभू किसान से क्रय केंद्रो द्वारा 22 हजार कुतल धान खरीदने की तैयारी था। मजे की बात यह है कि एसडीएम के स्तर से सत्यापन कर खरीद की मंजूरी भी दे दी गयी थी।
🔴 डीएम ने मुकदमा दर्ज कराने का दिया आदेश
खरीद पोर्टल से शासन स्तर पर शक हुआ तब जांच हुई और अब डीएम ने इस मामले में एक जालसाज किसान, दो क्रय केन्द्र प्रभारी व हाटा तहसील के कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही गलत सत्यापन के आरोप में एसडीएम हाटा प्रमोद कुमार तिवारी के खिलाफ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
🔴 जांच कमेटी ने माना है दोषी
किसान प्रिन्स कुमार सिंह, निवासी पैकौली, धान क्रय केन्द्र प्रभारी पैकौली विनय कुमार, धान क्रय केन्द्र प्रभारी पैकौली एट करमहा चन्द्रशेखर बर्नवाल और तहसील के कम्प्यूटर आपरेटर मिथिलेश कुमार शर्मा को दोषी मानते हुए केस दर्ज कराने का आदेश हुआ है। इसके अलावा एसडीएम हाटा को भी दोषी माना गया है।
🔴 डीएम बोले-
धान तौल में गड़बड़ी सामने आने पर जालसाजी करने वाले किसान, हाटा तहसील के कंप्यूटर ऑपरेटर, धान क्रय केन्द्र पैकौली एवं पैकौली एट करमहा केन्द्र प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जिला प्रबंधक पीसीयू को दिये गये हैं। एसडीएम हाटा के खिलाफ नोटिस देकर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इस मामले में जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा।
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