नीतीश कुमार का हेलिकॉप्टर देखने पहुंची भीड़, किसानों की फसल कुचल डाली
हेलिकॉप्टर देखने का नतीजा यह हुआ कि खेत में खड़ी गेहूं, मक्का और सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई. जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर जिला प्रशासन चाहता तो उनकी फसल बर्बाद नहीं होती मगर ऐसा नहीं हुआ. किसानों ने कहा है कि अपनी नाकामी को छुपाने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों की फसलों को बर्बाद होने दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को भागलपुर के बिहपुर अंचल के गुवारीदीह में पुरातात्विक स्थलों का भ्रमण करने के लिए पहुंचे थे. हालांकि मुख्यमंत्री के इस दौरे के पर कुछ ऐसा हुआ कि गुवारीडीह गांव के लोगों में अब बेहद ज्यादा नाराजगी है.
जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार गुवारीडीह गांव में पुरातात्विक अवशेषों का मुआयना करने के लिए पटना से हेलिकॉप्टर से भागलपुर गए थे. मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को देखने के लिए गांव के लोगों में ऐसी होड़ मची कि कुछ ही मिनटों में जिस जगह पर हेलिकॉप्टर लैंड किया वहां मौजूद आसपास के खेतों को पैरों तले रौंदते हुए हुए स्थानीय लोग हेलिकॉप्टर देखने के लिए हेलीपैड के पास पहुंच गए.
हेलिकॉप्टर देखने का नतीजा यह हुआ कि खेत में खड़ी गेहूं, मक्का और सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई. जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर जिला प्रशासन चाहता तो उनकी फसल बर्बाद नहीं होती मगर ऐसा नहीं हुआ. किसानों ने कहा है कि अपनी नाकामी को छुपाने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों की फसलों को बर्बाद होने दिया.
सड़क ठीक नहीं थी, इसलिए दूर बनाया हेलीपैड
दरअसल, जिस खेत में मुख्यमंत्री के लिए हेलीपैड बनाया गया था वहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर जयरामपुर उच्च विद्यालय है. प्रशासन चाहता तो इस स्कूल के मैदान में मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर उतरवा सकता था मगर उसने ऐसा नहीं किया. स्कूल के मैदान में अगर मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर उतरता तो फिर वहां से 5 मिनट की दूरी तय करके नीतीश कुमार गुवारीडीह गांव पहुंच सकते थे मगर 3 किलोमीटर की वह सड़क जिस पर चलकर नीतीश कुमार जा सकते थे वह बेहद जर्जर स्थिति में है. इसी कारण से जिला प्रशासन ने हेलीपैड गुवारीडी गांव में स्थित कामा माता स्थान के पास खेत में हेलीपैड का निर्माण करा दिया.
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