अमर शहीद रविशंकर यादव के सम्मान में निकली शहादत सम्मान पुष्प यात्रा पूरी तरह से कामयाब रही
ग्यात हो 26दिसम्बर 1998 को इम्फाल मणिपुर में शहीद हुए अमर शहीद रविशंकर यादव की शहादत के बाद 22वर्षो के बाद पहली बार किसी कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें शहीद की माता श्रीमती भगवन्ती देवी, पत्नी श्रीमती शांति देवी, व पुत्र अलोक व अखिलेश कुमार यादव सहित शहीद परिवार के अनेक नात रिश्तेदारों सहित सैकड़ों लोगों ने शहीद की तस्वीर पर पुष्प अपर्ण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की
कार्यक्रम की भव्यता प्रदान करने शहीद पुत्र अखिलेश कुमार यादव ने अथक परिश्रम किया जिनके कारण अनेकों नेताओं अधिकारियों व सामाजिक कार्यकर्ताओ का आगमन देर शाम तक होता रहा।
भारतीय शहीद मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा जिन उद्देश्यों के तहत अम्बेडकर नगर से मेजा प्रयागराज तक "अमर शहीद रविशंकर यादव जी की शहादत के सम्मान में शहादत सम्मान पुष्प यात्रा का आयोजन किया गया वो उद्देश्य पूरी तरह सफल रहे
कार्यक्रम में शहीद की समाधि स्थल व सड़क निर्माण आदि की चर्चा बनी रही, आगन्तुकों के साथ समस्त ग्रामवासियों ने भी यह महसूस किया कि शहीद परिवार के साथ इन सब मूल सुविधाओं को देने में प्रशासन द्वारा बेहद लापरवाही की गयी और इक लम्बा अरसा बीत जाने के बाद भी शहीद परिवार को समाधि स्थल की भूमि पर शहीद परिवार को प्रशासन कब्जा नहीं करा पाया।
कार्यक्रम में आये पुलवामा काण्ड के शहीद महेश यादव के परिजनों व जनपद अम्बेडकर नगर के शहीद अमर शहीद निर्मल कुमार के पुत्र अमल कुमार ने कार्यक्रम में शिरकत कर यह सन्देश दिया की हर शहीद परिवार एक दूसरे के सुख दुख में साथ रहेगा।
कार्यक्रम में ट्रस्ट के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री वागीश मिश्रा ने संचालन किया व सचिव मतलूब अहमद ने घनश्याम आदि ने भी सहयोग अर्पित किया
मदरा मुकुन्दपुर दाड़ी गांव के ग्रामप्रधान सहित सैकड़ों लोगों ने यात्रा के यात्रियों का उत्साहवर्धन करते हुए स्वागत किया।
ट्रस्ट के सहयोगी दिनेश श्रीवास्तव एवं संतराम मौर्या गौरवशाली सेनानी ने भारतीय शहीद मेमोरियल ट्रस्ट के संकल्पों से सब को अवगत कराते हुये शहीद परिवारों के साथ हो रही नाइंसाफी पर दुख व्यक्त किया और इन सब के प्रति जन उदासीनता को मुख्य कारण बताया, उन्होंने कहा की शहीदों की शहादत का सम्मान होना चाहिए और शहीद परिवारों की हर सम्भव मदद करना यह जनता का काम है,लोगो को शहीद परिवारों की सहायता व सम्मान करना चाहिए
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