आलू की कीमत गिरी तो हताश किसान ने 11 एकड़ तैयार फसल पर चलाया ट्रैक्टर - VSK News

Breaking

||*** स्वागत है आप का VSK News पोर्टल में || VSK News पोर्टल तक अपनी बात Email: Newsvsk@gmail.com / WhatsApp @ +91-7296065336 के जरिये पहुचाए *** ||

Post Top Ad

Saturday, December 26, 2020

आलू की कीमत गिरी तो हताश किसान ने 11 एकड़ तैयार फसल पर चलाया ट्रैक्टर

 

आलू की कीमत गिरी तो हताश किसान ने 11 एकड़ तैयार फसल पर चलाया ट्रैक्टर


















पंजाब के दोआब खासकर कपूरथला और जालंधर में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इन दिनों आलू की फसल तैयार होने को है. किसानों को आलू के बिकने का इंतजार है, ताकि उनकी लागत निकल सके और आमदनी हो सके. पंजाब के कपूरथला में एक किसान ने आलू की फसल को अपने खेत में ही नष्ट कर दिया. इस किसान का कहना है कि उसे आलू की बेहद कम कीमत मिल रही थी. मजबूरन उसे अपने 11 एकड़ खेत में लगी फसल पर ट्रैक्टर चलाना पड़ा. 

        पंजाब के दोआब खासकर कपूरथला और जालंधर में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इन दिनों आलू की फसल तैयार होने को है. किसानों को आलू के बिकने का इंतजार है, ताकि उनकी लागत निकल सके और आमदनी हो सके. लेकिन आलू बिकने का इंतजार कर रहे कपूरथला के किसान उदास हैं. 

कपूरथला के युवा किसान जसकिरत सिंह के मुताबिक आलू की कीमतें काफी गिर चुकी हैं. मंडी में किसानों को आलू का उचित दाम नहीं मिल रहा है. इससे निराश होकर जसकिरत ने अपनी 11 एकड़ आलू की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. 

किसानों के मुताबिक आलू की फसल पर प्रति एकड़ करीब 60 हजार रुपये  खर्च आता है. इधर कुछ ही दिनों में ही आलू का दाम आधे पर आ गया. इससे उसे प्रति एकड़ 25000 रुपये के करीब लागत से भी नुकसान हो रहा है. जसकिरत ने कहा कि अगर वो खेतों से आलू को निकालकर मंडी ले जाने का फैसला करता है तो उसे मजदूरी और ट्रांसपोर्ट का खर्च और लगेगा, जिससे उसका नुकसान और बढ़ेगा. इसलिए उसने आलू को खेतों में ही नष्ट करना सही समझा. 

वहीं एक और किसान के मुताबिक अगर हालात यही रहते हैं तो उन्हें आलू की फसल लगाने को लेकर सोचना पड़ेगा. किसानों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि किसान 4 से 6 महीने खेती करने के बावजूद अपनी लागत नहीं निकाल पाता जबकि व्यापारी कुछ ही घंटे की जोड़ तोड़ में कई गुना मुनाफा कमा लेता है. बता दें कि आलू की फसल पर किसानों को MSP नहीं मिलता है. किसानों ने सरकार से मांग की है कि वो कुछ ऐसा उपाय निकाले ताकि किसानों को कम से कम उनकी लागत मिल पाए.

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad

,,,,,,